Depression

अवसाद

अवसाद दो कारणों से आता है- प्राणिक तुष्टि के अभाव में या फिर शरीर के स्नायुओं में अत्यधिक थकावट से।

सभी कष्ट, अवसाद, निरुत्साह, घृणा, क्रोध प्राण से आते हैं। जो प्रेम को घृणा में बदल देता है। मनुष्य के अंदर बदले की भावना जाग्रत करता है। हानि पहुंचाने और नष्ट करने के लिए उत्तेजित होता है। जब चीजें कठिन हो, व्यक्ति के मन की न हो तो यही बात उसे हतोत्साहित करती है, तब व्यक्ति के अंदर ऊर्जा, बल, साहस नहीं रहता । इच्छा शक्ति एक मुरझाए पौधे जैसी हो जाती है।

कभी अवसाद के आगे नहीं झुकें। समस्त अवसाद बुरा होता है क्योंकि वह चेतना को नीचे खींचता है, ऊर्जा को खर्च कर देता है और विरोधी शक्तियों के प्रति द्वार खोल देता है।