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When you have faith in God, you don't have to worry about the future. You just know it's all in His hands. You just go to and do your best.
"सब मानव प्राणियों में अंदर छिपी हई एक महत्तर चेतना की संभावना मौजूद है जो उनके सामान्य जीवन की सीमा से बड़ी है और जिसकी सहायता से वे एक उच्चतर और अधिक व्यापक जीवन में भाग लेने के अधिकारी बन सकते हैं। वास्तव में, यही चेतना सभी असाधारण व्यक्तियों में जीवन को शासित करती है तथा उसकी परिस्थितियों और साथ ही इन परिस्थितियों के प्रति उनकी वैयक्तिक प्रतिक्रिया को भी व्यवस्थित करती है। जो बात मनुष्य का मन नहीं जानता और नहीं कर सकता उसे वह चेतना जानती और करती है। यह उस प्रकाश के समान है जो व्यक्ति के केंद्र में चमक रहा है।
आंतरात्मिक जीवन एक ऐसा जीवन है जो अमर है, अनंत काल, असीम देश, नित्य प्रगतिशील परिवर्तन है, और बाह्य रूपों के संसार में एक अविच्छिन्न धारा है। दूसरी ओर, आध्यात्मिक चेतना का अर्थ है नित्य और अनंत में निवास करना तथा देश-काल से, सृष्टिमात्र से बाहर स्थित हो जाना। अपनी अंतरात्मा को पूर्ण रूप से जानने और आंतरात्मिक जीवन बिताने के लिये मनुष्य को समस्त स्वार्थपरता का त्याग करना होगा ; किंतु आध्यात्मिक जीवन के लिये अहंमात्र से मुक्त हो जाना होगा।